Tuesday, September 14, 2010

तुम उदास मत होना

Here are some of my thoughts very well edited by Mrs Nirmala Kapila jee (my aunt)-----

सभी गम भुलाने के लिये नही होते
कुछ बन जाते हैं
ज़िन्दगी का अटूट हिस्सा
हम खुद उनसे
अलग होना नही चाहते
हाँ जीने के लिये
दिल की परतों मे
सहेज लेते हैं कुछ यादें
और डूब जाते हैं
तब हम ,हम नही होते
हम और वो दोनो होते हैं
जीना है उसके बिना अगर
इसके सिवा नही कोई राह
देख लेना हम जी कर दिखा देंगे
उभर जायेंगे और मौत के मुँह पर
तमाचा लगायेंगे
हमारी बेबसी पर
तुम उदास मत होना
कभी यादों मे झाँक लिया करना
वक्त की नाव को इन्तज़ार रहेगा
कभी खुशी का एक पल
झाँकेगा हमारी ज़िन्दगी मे
तो समझ लेंगे हमने
पूरी ज़िन्दगी जी ली
तुम उदास मत होना
उस घडी भी तुम
हमारे दिल मे ही रहोगे

3 comments:

निर्मला कपिला said...

वैशाली तुमने सही लिखा है जो दिल के करीब होते हैं वो चाहे कहीं भी चले जायें मगर हम उनकी यादों से भी दूर नही होते, होना भी नही चाहते। कभी गुस्सा आता है उन पर तो कभी रहम आता है। हम तो फिर भी कभी कोई खुशी का पल देख लेंगे मगर उसको क्या देंगे बस कुछ आँसू।
चलेगी दोनो
मखमली सी चाहतें
और खार सी ज़िन्दग
समानान्तर रेखाओं की तरह्
मगर दूरी बना कर
दोनो के बीच उठेगा एक समुद्र
कुछ अनुभूतियां कुछ संवेदनायें
उन यादों को समेटे
और कभी कभी बह जायेगा
इन कागज़ की पगडंडिओं पर
शब्दों की दो बूँदें उधार ले कर
शायद इस तरह
दोनो सीख लेंगी जीना।
उसे याद करके बहुत कुछ उठता है मन मे। हाँ वक्त ही जानता है इसका ईलाज। और क्या कह सकती हूँ।

देवेन्द्र पाण्डेय said...

हाँ जीने के लिये
दिल की परतों मे
सहेज लेते हैं कुछ यादें
और डूब जाते हैं
तब हम ,हम नही होते
...यादें भी जीने के लिए संबल प्रदान करती हैं.

Mudita Kapila said...

Bhabhi he will always be remembered n will always be in our heart. All the occasions in our life .. Like today's will be incomplete without him..